गुरुवार को उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा भवन के सामने धरना दिया। धरने पर बैठे शिक्षकों ने लंबित मांगों को जल्द पूरा किए जाने की आवाज उठाई। शिक्षक संघ द्वारा नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। संगठन के पदाधिकारियों के तेवर संयुक्त निदेश दीपचंद व जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ मुकेश कुमार को अपने कक्ष से निकल कर बाहर आना पड़ा। दोनो अधिकारियों ने मांगों को जल्द पूरा कराने संबंधी आश्वासन दिया। इसके बाद संगठन के पदाधिकारी शांत हुए। इस दौरान संगठन के प्रदेशीय मंत्री डॉ आरपी मिश्र, जिलाध्यक्ष एसके एस राठौर, कोषाध्यक्ष आरके त्रिवेदी, जिला मंत्री अनुराग मिश्र समेत तमाम शिक्षक मौजूद रहे।
यह रही मांगें –
1- शासन एवं विभाग के निर्देशों के तहत प्रत्येक माह की प्रथम तिथि में वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाये तथा निर्धारित तिथि पर वेतन बिल प्रस्तुत न करने वाले प्रबंधतंत्रों के विरुद्घ दण्डात्मक कार्यवाही की जाये।
2- शिक्षा निदेशक माध्यमिक के पत्र के अनुपालन में बाल्य देखभाल अवकाश स्वीकृति की व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये।
2- विशेष कैंप लगाकर जनपद के शिक्षकों का बकाया भुगतान कराया जाये।
4- शिक्षा, नकल माफियाओं और शिक्षाधिकारियों की साठ-गांठ से वर्षो से चल रहे बिना मान्यता के विद्यालयों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाये।
5- नारी शिक्षा निकेतन, नवयुग कन्या इंटर कॉलेज, महिला इंटर कॉलेज के प्रबंधकों पर छात्रओं व शिक्षिकाओं के साथ छेड़खानी के तमाम आरोप सामने आते रहे हैं, मगर इस दिशा में सख्त कदम नहीं उठाए गए। विभाग द्वारा कन्या विद्यालयों के अंदर विकृत मानसिकता के पुरुष प्रबंधकों का विद्यालय में प्रवेश से रोक लगाई जाए।