माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में गुरुवार दोपहर हंगामा हो गया। जीव विज्ञान विषय की काउंसिलिंग में अधिक अंक पाने वाली अभ्यर्थी को प्रतीक्षा सूची में न रखने पर उसने सख्त नाराजगी जताई और अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डा. महेंद्र देव के कार्यालय में रो पड़ी। उधर, चयन बोर्ड के उप सचिव की ओर से कहा गया है अभ्यर्थिनी का प्रकरण विचाराधीन है, उसके प्रत्यावेदन पर निर्णय होने पर निदेशालय को सूचित किया जाएगा।
प्रदेश भर के सहायताप्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) 2013 भर्ती के तहत विभिन्न विषयों के 606 खाली पदों पर प्रतीक्षा सूची से भर्ती के लिए काउंसिलिंग तीसरे दिन भी जारी रही। शिक्षा निदेशक माध्यमिक प्रयागराज के अतिथि गृह में गुरुवार को रिंकल चौहान अपने भाई के साथ पहुंची और उसने कहा कि जीव विज्ञान महिला वर्ग की प्रतीक्षा सूची में उसके सर्वाधिक अंक हैं, उसके बाद भी उसका नाम घोषित नहीं किया गया है, जबकि उससे कम अंक पाने वाली छात्र की काउंसिलिंग कराई जा रही है। उसने चयन परिणाम को कोर्ट में भी चुनौती दी थी। उसके प्रमाण भी दिखाए।
इस हंगामा हुआ, तत्काल चयन बोर्ड से स्पष्टीकरण मांगा गया। चयन बोर्ड के उप सचिव की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि रिंकल के प्रत्यावेदन पर विचार हो रहा है।
तीसरे दिन अंग्रेजी, जीव विज्ञान व उर्दू विषय के 115 रिक्त पदों के सापेक्ष अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, उनमें से बालक वर्ग में 72 उपस्थित हुए और 69 ने काउंसिलिंग कराई, जबकि बालिका वर्ग में तीन उपस्थित हुए और सभी ने काउंसिलिंग कराई है। काउंसिलिंग बोर्ड में उप शिक्षा निदेशक रामचेत, शिव सेवक सिंह व प्रवीण कुमार मिश्र रहे। असल में, हाईकोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को प्रतीक्षा सूची से रिक्त पद भरने का आदेश दिया था। उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 29 दिसंबर 2013 को प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के 6028 पदों पर भर्ती शुरू की थी। 2017 में परिणाम घोषित किया गया। विभिन्न विषयों में चयनित 606 अभ्यर्थियों ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। अब 21 फरवरी को गणित और 22 फरवरी को गृह विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व संस्कृत विषय की काउंसिलिंग 10 से 2 बजे तक होगी। उप निदेशक रामचेत ने बताया कि काउंसिलिंग शनिवार को पूरी होगी और उसी दिन परिणाम जारी करने की तैयारी है।
टीजीटी प्रतीक्षा सूची में जीव विज्ञान की अभ्यर्थी शामिल नहीं