एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के परिणाम को लेकर अभ्यर्थी आये दिन धरना प्रदर्शन कर रहे है लेकिन शासन को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। अभ्यर्थियों के दबाव के बावजूद भी राजकीय माध्यमिक स्कूलों में दस हजार एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी नहीं हो सका। यूपीपीएससी ने विधिक अड़चन बता एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के परिणाम जल्द जारी करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। जिस से अभ्यर्थी में रोष है। यूपीपीएससी पहुंचने पर शुक्रवार को भी परिणाम की मांग पूरी नहीं हो सकी। यूपीपीएससी की इस स्थिति को देखकर अभ्यर्थियों ने कोर्ट जाने का रास्ता चुनने पर सहमति बना रहे हैं
राजकीय माध्यमिक स्कूलों के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा 29 जुलाई को हुई थी। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट एक ही प्रक्रिया यानी केवल लिखित परीक्षा में मिलने वाले अंक के आधार पर ही अंतिम परिणाम जारी होना है। इसके बावजूद छह माह से अधिक बीत जाने के बाद भी भर्ती का परिणाम नहीं जारी हो सका। जिससे अभ्यर्थियों में असंतोष बढ़ रहा है। लिखित परीक्षा का परिणाम जारी करने की मांग को लेकर उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रतियोगी मोर्चा शुक्रवार को सातवीं बार शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पंहुचा। उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रतियोगी मोर्चा ने अपने गुस्से को कभी नरम तो कभी गरम अंदाज में पेश किया। थोड़ी देर बाद संयोजक विक्की खान, शेर सिंह व पल्लवी यादव समेत एक प्रतिनिधि मंडल से चेयरमैन प्रो. अनिरुद्ध सिंह यादव ने अपने कार्यालय में बात की। कहा कि सात फरवरी को परिणाम देने की तैयारी थी लेकिन, विधिक अड़चन आने से इसे रोक दिया गया। हालांकि विधिक अड़चन को उन्होंने गोपनीयता का हवाला देते हुए उजागर नहीं किया।
अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे विक्की खान ने बताया कि यूपीपीएससी की बेरुखी बेरोजगारों के जीवन पर भारी पड़ रही है इसलिए अब हाईकोर्ट की शरण में जाने का रास्ता अख्तियार करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।