बलरामपुर : यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान में धनउगाही व प्रशिक्षण के नाम पर यात्र भत्ता, चाय-नाश्ता एवं भोजन के बजट का गोलमाल करने का आरोप लगाया है।
संगठन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन ज्ञापन अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल को देकर जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
संगठन के जिलाध्यक्ष देव कुमार मिश्र ने कहा कि 68500 शिक्षक भर्ती के तहत जिले में 904 नवनियुक्त शिक्षकों में से 608 शिक्षकों के वेतन भुगतान का आदेश बीएसए के स्तर से हो चुका है, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी ब्लॉक पर पत्रवलियां रोककर धनउगाही में जुटे हैं। वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को समय से पत्रवलियां न मिलने से वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद फैजान अंसारी ने कहाकि अब तक महज 87 शिक्षकों का ही वेतन भुगतान हो रहा है। अब तक 296 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं हो सका है। जिससे सात माह से बिना वेतन के काम कर रहे शिक्षक भुखमरी की कगार पर हैं। महामंत्री अशोक कुमार सिंह ने कहाकि जिले के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के दो-दो शिक्षकों को ग्रेडेड लर्निंग एवं लर्निंग आउटकम का पांच दिवसीय प्रशिक्षण बीआरसी पर दिया गया। जिसमें चाय-नाश्ता, भोजन व यात्र भत्ता के लिए मिले लाखों रुपये खंड शिक्षा अधिकारी हजम कर गए।
कोषाध्यक्ष पीयूष कुमार ने बजट का गबन करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने व वेतन भुगतान के नाम पर नवनियुक्त शिक्षकों का शोषण बंद किए जाने की मांग की है। संयोजक अभिषेक ओझा, उपाध्यक्ष बलवीर सिंह, शिवप्रसाद वर्मा, सचिन शुक्ल मौजूद रहे।