स्कूल में बने शौचालय साफ-सुथरे रहे, जिससे बच्चे उसका नियमित उपयोग करें। इसके लिए अब गुरुजी का पहरा बैठाया जाएगा। प्रत्येक स्कूल में शौचालय की निगरानी के लिए एक शिक्षक को प्रभारी नामित किया जाएगा।
गांव में तैनात सफाई कर्मचारी शिक्षक की मौजूदगी में साफ-सफाई करेगा। स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक ने सभी जिलों के अधिकारियों को पत्र जारी किए हैं। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को खुले में शौच के लिए न जाना पड़े, इसके लिए स्कूल परिसर में ही शौचालय बनवाए गए हैं। प्रत्येक स्कूल में बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था है।
निगरानी के अभाव में शौचालय की सफाई व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। शौचालय में गंदगी होने से बच्चे उसका उपयोग नहीं करते। अचानक तबियत खराब होने पर बालिकाओं को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं। गांव में तैनाती सफाई कर्मचारी भी स्कूल व शौचालय की सफाई में दिलचस्पी नहीं दिखाता।ऐसे में शासन ने अब स्कूल शौचालय की सफाई व्यवस्था बेहतर करने का निर्णय लिया है।
दिन भर खुला रहेगा शौचालय: सूबे के सभी स्कूलों में सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए एक शिक्षक प्रभारी नामित किया जाएगा। प्रभारी की उपस्थिति में ही सफाई कर्मचारी शौचालय का ताला खोलकर प्रत्येक कार्य दिवस में साफ-सफाई करेगा।
शौचालय पूरे दिन खुला रहेगा। स्कूल बंद होने से पूर्व नामित शिक्षक अपनी उपस्थिति में ताला बंद करवाएगा। जिससे बाहरी लोग शौचालय का उपयोग करके गंदा न करें।
शिक्षक नामित करने के भेजे निर्देश1स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के निदेशक विजय किरन आनंद गोंडा समेत अन्य जिले के अधिकारियों को पत्र भेजकर स्कूल में निगरानी के लिए एक शिक्षक को प्रभारी नामित करने निर्देश दिए हैं, जिससे सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके। सीडीओ दिव्या मित्तल ने बताया कि आदेश का पालन कराया जा रहा है।