बुनियादी शिक्षा वाले विभाग के मंत्री खुद भी मास्टर हैं. इसलिए उन्होंने शिक्षकों के दर्द को अपना दर्द समझने के लिए बात करने की खुली छूट दे दी. कोई भी शिक्षक कभी भी उन्हें फोन कर कोई कठिनाई बताता है तो वह उसे हल करने की कोशिश करते हैं.
इससे विभागीय अधिकारियों में भी खौफ रहता है कि मंत्री जी के पास पूरे प्रदेश के चप्पे-चप्पे से इनपुट आता है. बीते दिनों एक शिक्षिका ने उन्हें फोन कर कोरोना संकट में ड्यूटी पर बुलाने का विरोध किया. मंत्री ने समझाया कि जब दूसरे विभाग में महिला कर्मी आ रही हैं तो आपको भी आना होगा. बिना काम वेतन नहीं मिलेगा. इस छोटी सी बात का शिक्षिका ने बतंगड़ बनाने को मंत्री से बातचीत का ऑडियो वायरल कर दिया. घटना से मंत्री इतना आहत हुए कि उन्होंने फेसबुक पर दर्द भरी पोस्ट लिखकर हमेशा के लिए शिक्षकों से ऑनलाइन कनेक्शन काट दिया. एक टीचर की गलती से सभी शिक्षकों का नुकसान हो गया.