प्रयागराज: राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कटरा की शिक्षिकाओं ने प्रधानाचार्या की शिकायत अपर शिक्षा निदेशक (एडी) से की हैं। शिक्षिकाओं ने प्रधानाचार्या पर तमाम तरह के आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने खुद के मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की बातें कहीं हैं। इससे पठन-पाठन का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
कॉलेज की 11 शिक्षिकाओं ने एडी को सौंपे शिकायती पत्र में कहा है कि उपस्थिति पंजिका प्रधानाचार्या आलमारी में बंद करके रखती हैं। ऐसे में उनकी अनुपस्थिति में शिक्षिकाओं को सादे कागज पर उपस्थिति दर्ज करनी पड़ती है। आरोप लगाया कि एक-दो शिक्षिकाएं जो प्रधानाचार्या के बहुत करीब हैं, उनसे अनुपस्थिति का भी दस्तखत करा लिया जाता है। उनके विलंब से आने पर भी कोई आपत्ति नहीं होती, जबकि उपस्थिति पंजिका में अन्य शिक्षिकाओं के नाम के आगे लाल निशान लगा दिया जाता है। आग्रह के बावजूद कमरा बदल दिया गया। जनवरी के पहले से शौचालयों की सफाई नहीं हुई, जबकि पैसा जमा हो चुका है। तभी से आरओ खराब है, जिसे बनवाया नहीं गया। इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या बनी है।
छात्रओं से मनमानी फीस वसूली का भी आरोप लगाया गया। छह, सात, आठ की छात्रओं को यूनीफार्म भी वितरित नहीं हुआ। प्रतियोगी परीक्षाओं का पारिश्रमिक कक्ष निरीक्षकों को काटकर दिया गया। पर्याप्त शिक्षिकाएं होने के बावजूद एक निकटतम शिक्षिका को दो कक्षाओं की कक्षाध्यापिका बनाया गया। सत्र 2018-19 की अर्धवार्षिक परीक्षा में छह, सात और आठ की कॉपी नहीं मंगवाई गई, छात्रओं को स्वयं कॉपी लाकर परीक्षा देने के लिए कहा गया। मामले में प्रधानाचार्या ज्योत्सना सिंह का कहना है कि उपस्थिति पंजिका संस्था प्रधान के पास ही होती है।
विद्यालय आते ही उस पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। छात्रओं को ड्रेस वितरण के प्रमाण के तौर पर फोटो भी हैं। कुछ शिक्षिकाओं ने शौचालयों में ताला लगा दिया है। सफाई के लिए उनसे ताला खोलने को कहा जाता है लेकिन वह सहयोग नहीं कर रहीं। आरओ सही है, पानी की टंकी शनिवार को साफ कराई गई है। शिक्षिकाओं के आरोप बेबुनियाद है।