प्रयागराज : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र फिर प्रतियोगियों के निशाने पर आ गया है। वजह वर्ष 2016 की लिखित परीक्षा की संशोधित उत्तरकुंजी व परिणाम जारी करने में चयन बोर्ड गंभीर नहीं है। गुस्साए प्रतियोगियों ने दफ्तर का घेराव करके दिन भर नारेबाजी की और अल्टीमेटम दिया कि जल्द रिजल्ट न आने पर आंदोलन तेज करेंगे।
एक ओर यूपीपीएससी व उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में परिणाम देने की होड़ रही है, वहीं अशासकीय कालेजों में प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों का चयन करने वाले चयन बोर्ड में लेटलतीफी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। चयन बोर्ड प्रतियोगी मोर्चा के संयोजक विक्की खान व अध्यक्ष शेर सिंह की अगुवाई में गुरुवार को दिन भर प्रदर्शन चला। इसमें 2019 का विज्ञापन जारी करने, 2016 की लिखित परीक्षा की संशोधित उत्तरकुंजी व रिजल्ट के साथ ही 2011 के सभी विषयों का आवंटन करने की मांग की गई। मोर्चा ने यह बातें चयन बोर्ड अध्यक्ष बीरेश कुमार के समक्ष रखी। सभी बेहद निराश हैं, शैक्षिक सत्र में कालेजों में शिक्षक नहीं है और चयन बोर्ड रफ्तार नहीं पकड़ रहा है। शेर सिंह ने कहा कि चंद दिन बाद उग्र आंदोलन करेंगे। यहां पंकज, शशांक शेखर, ओपी यादव, अर¨वद कुमार आदि मौजूद थे। मोर्चा का पुनर्गठन व विस्तार किया गया। इसमें तमाम नए पदाधिकारी जोड़े गए हैं।
युवा मंच का प्रदर्शन आज : चयन बोर्ड कार्यालय पर शुक्रवार को भी आंदोलन प्रदर्शन होगा। युवा मंच अगुवाई करेगा। असल में हाईकोर्ट ने अवशेष पैनल का आवंटन, खाली पदों का अधियाचन मंगाने और लंबित चयन प्रक्रिया को तेजी से पूरी करनी की मांग उठेगी। मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि अब चुप नहीं बैठेंगे।
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