नई दिल्ली : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों को अब सप्ताह में एक दिन एक घंटा अतिरिक्त स्कूल में रहना पड़ेगा। शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किया है कि शिक्षक प्रत्येक शुक्रवार को पढ़ाई के बाद एक घंटा अतिरिक्त रहें, जिससे आपस में संवाद कर शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने को लेकर चर्चा की जा सके। अगर शुक्रवार को कोई शिक्षक किसी कारणवश स्कूल नहीं आ रहे हैं तो वह अगले दिन एक घंटा अतिरिक्त स्कूल में रहें।
शिक्षा निदेशालय की तरफ से शुक्रवार को सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य को जारी परिपत्र (सकरुलर) में कहा गया है कि शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है। शिक्षक शुक्रवार को एक घंटा अतिरिक्त स्कूल में रहें और विभाग प्रमुख, प्रधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य से संवाद करते हुए परीक्षा पत्र तैयार करना, कॉपियों की जांच करना, कमजोर छात्रों की सूची तैयार कर उनके लिए पाठ्य सामग्री तैयार करने जैसी गतिविधियों में शामिल हों। परिपत्र में कहा गया है कि सुबह और शाम दोनों पालियों के स्कूलों के शिक्षकों को शुक्रवार को एकघंटा अतिरिक्त रहते हुए इन गतिविधियों में शामिल होना होगा।
वहीं शिक्षा निदेशालय के इस परिपत्र को दिल्ली सरकारी स्कूल शिक्षक संघ ने अव्यवहारिक बताया है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष सीपी सिंह का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने शिक्षा निदेशक को लिखा है। उन्हांेने कहा कि दिल्ली में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग पालियों में स्कूल आयोजित किए जाते हैं, पूर्व में कई ऐसे मामले हुए जब महिला शिक्षकों को दूसरी पाली में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। परिपत्र जारी करने से पहले इस बारे में कोई विचार नहीं किया गया है। शिक्षा निदेशालय ने जारी किया परिपत्र शिक्षक संघ ने निर्देश को बताया अव्यवहारिक