प्रयागराज : विषय परिस्थिति में जब वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन है तो शिक्षकों का दायित्व है कि विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखा जाए। ऐसे में शहर के साथ गांवों में भी वचरुअल क्लास, वाट्सएप ग्रुप और यू-ट्यूब के जरिए छात्र-छात्रओं को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। शिक्षक गांवों की शिक्षा में इसे क्रांति मान रहे हैं। सीबीएसई, आइसीएसई, यूपी बोर्ड की तरह परिषदीय स्कूलों में भी ऑनलाइन पठन-पाठन हो रहा है।
शिक्षा चाहे विद्यालय में उपलब्ध कराई जाए अथवा ऑनलाइन। मकसद बच्चों तक शिक्षा को बेहतर और प्रभावशाली तरीके से पहुंचाना है। मेवालाल अयोध्या प्रसाद इंटर कॉलेज, सोरांव के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि 18 अप्रैल से ऑडियो-वीडियो और व्याख्यान के जरिए विषयवार अध्ययन कराया जा रहा है। शिक्षक डॉ. शैलेश कुमार पांडेय बताते हैं कि कक्षा छह से 10 और 12 की कक्षाओं का अलग ग्रुप बनाकर ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। हर जगह चर्चा है कि ग्रामीण तबके के बच्चे भी टीवी स्क्रीन और मोबाइल पर पढ़ रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय जैतवारडीह में सहायक शिक्षक श्वेता