परिषदीय स्कूलों में अब अभिभावक-अध्यापक बैठक (पीटीएम) हर तीन महीने में अनिवार्य रूप से आयोजित की जाएगी। हर शैक्षिक सत्र में जनवरी, अप्रैल, जुलाई व अक्टूबर में पीटीएम का आयोजन होगा। वहीं फरवरी में वार्षिकोत्सव का आयोजन कर पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, संगीत, कला, कविता व कहानी इत्यादि में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। पीटीएम और वार्षिकोत्सव के आयोजन पर समग्र शिक्षा के अंतर्गत दिए गए कंपोजिट ग्रांट से 10 प्रतिशत की धनराशि खर्च की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार ने बताया कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य रूप से पीटीएम व वार्षिकोत्सव का आयोजन होगा। पीटीएम के आयोजन की जानकारी विद्यार्थी की नोट बुक पर लिखकर अभिभावकों को दी जाएगी। इसमें सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।
बैठक में विद्यार्थियों की उपस्थिति, रिपोर्ट कार्ड, दीक्षा एप, खेलकूद विभिन्न प्रतियोगिताएं, चिकित्सीय परीक्षण, स्कूल में मिलने वाली निश्शुल्क सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। अभिभावकों को प्रेरित किया जाएगा कि वह बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास व स्वच्छता की आदत डालें। पीटीएम का एजेंडा तय किया जाएगा और उसकी कार्यवाही भी दर्ज की जाएगी।