प्रयागराज : अजीब विडंबना है एक ओर 68500 और 69 हजार शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा और परिणाम की शासन समय सारिणी जारी करा रहा है। वहीं, दूसरी ओर जिन अभ्यर्थियों का हक मारा गया, उनका रिजल्ट देने में आनाकानी जारी है। अक्टूबर में मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुनमरूल्यांकन के लिए आवेदन लिए गए और कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन भी हो चुका है लेकिन, अब तक रिजल्ट नहीं आ सका है। अभ्यर्थी सोमवार से बेमियादी आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं।
68500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा परिणाम में गंभीर अनियमितताएं हुई थीं, जिन अभ्यर्थियों को अनुत्तीर्ण करार दिया गया, उनके कॉपी पर उम्दा अंक थे। यह बात उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट में सामने आने व पांच अक्टूबर को शासनादेश जारी होने के बाद भी उनकी चयन सूची 23 अक्टूबर को तब जारी की गई, जब अभ्यर्थी प्रदर्शन करने पहुंचे। 51 में से 45 अभ्यर्थियों की चयन सूची बेसिक शिक्षा परिषद को भेज दी गई लेकिन, उन्हें अब तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। यह जरूर है कि परिषद ने जल्द नियुक्ति दिलाने के लिए पत्र दिया है। इसी बीच सीएम के निर्देश पर करीब 34 हजार कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन कार्य एससीईआरटी में पूरा हो चुका है, फिर भी रिजल्ट अधर में है।
इससे अभ्यर्थी परेशान हैं, वे बेसिक शिक्षा अपर मुख्य सचिव, परीक्षा नियामक कार्यालय व एससीईआरटी की दौड़ लगा रहे हैं। कहीं से स्पष्ट जवाब न मिलने पर अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सामने सोमवार से बेमियादी धरना देने का कार्यक्रम तय किया है। यह आंदोलन रिजल्ट जारी होने तक चलेगा। साथ ही हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की जा रही है। ज्ञात हो कि कोर्ट ने 30 दिसंबर तक ही पुनमरूल्यांकन का परिणाम जारी करने का आदेश दिया था