परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय इन दिनों आंदोलन की स्थली बना है। सोमवार को शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की स्कैन पाने के लिए अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ा। प्रदेश के कई जिलों से आए अभ्यर्थियों ने इसके विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस समय हाईकोर्ट के निर्देश पर व अन्य युवाओं को स्कैन कॉपी मुहैया कराई जा रही है। बताते हैं कि सोमवार को एक अभ्यर्थी को कॉपी दी गई, बाकी को बाद में देने को कहा गया है इससे अभ्यर्थी खफा हो गए। अभ्यर्थी अनूप सिंह, विशाल, अंकित वर्मा, मनोज कुमार, अजमल, नंदलाल व राहुल आदि ने बताया कि उन लोगों को स्कैन कॉपी नहीं मिल सकी है।
सभी अफसर व कर्मचारियों ने कहा कि नए सचिव के कार्यभार ग्रहण करने तक स्कैन कॉपी का वितरण नहीं होगा। बताया गया कि अभी मामले की जांच में सभी व्यस्त हैं। जांच अधिकारियों से भी अभ्यर्थियों को मिलने नहीं दिया गया, जबकि वे कॉपी की खामियों को जांच टीम को अवगत कराना चाहते थे। उनका कहना था कि कुछ कटिंग वाले प्रश्नों को भी जांचा गया है। उनका कहना है कि इन खामियों को दुरुस्त करके नए सिरे से रिजल्ट जारी कराया जाए। अभ्यर्थी निराश होकर घर लौट गए। अब वे मंगलवार को फिर पहुंचेंगे।
बीटीसी 2015 का जारी हो रिजल्ट : बीटीसी 2015 तृतीय सेमेस्टर का रिजल्ट जारी करने की मांग तेज हो रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि परिणाम बनकर तैयार है, अफसर जानबूझकर इसे लटकाए हैं, इससे समय पर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हो पाएगी। इसलिए इसे जल्द जारी किया जाए।
बेसिक शिक्षा मंत्री आवास जा रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने रोका : 68500 सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने सोमवार को भी अपना प्रदर्शन जारी रखा। सोमवार को अभ्यर्थियों के दिलकुशा स्थित बेसिक शिक्षामंत्री अनुपमा जायसवाल के आवास पहुंचने की जानकारी होते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई। अभ्यर्थियों को मंत्री आवास से पहले ही रोक लिया। कुछ देर जद्दोजहद के बाद अभ्यर्थियों ने दिलकुशा गार्डन में ही डेरा डाल लिया, जहां शाम को पुलिस की सख्ती से उन्हें हटना पड़ा।
गौरतलब है कि रविवार को निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, जिन्हें देर रात छोड़ दिया गया था। अभ्यर्थी सोमवार को फिर अपनी मांग लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे मगर पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। अभ्यर्थियों ने सपा मुख्यालय का भी रुख किया। हालांकि पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता से मुलाकात न होने पर वह फिर दिलकुशा गार्डन पहुंच गए।