भारत में भी 2डी और 3डी तकनीक के बढ़ते प्रयोग के साथ एनीमेशन एक व्यवसाय के रूप में उभरा है। तेजी से उभर रहे इस व्यवसाय में नौकरी भी भरपूर मात्रा में हैं और अभ्यार्थियों की मांग भी बहुत है। ऐसे में इसे एक सुरक्षित व्यवसाय के तौर पर लिया जा रहा है। इस क्षेत्र में आमदनी भी अच्छी है। ऐसे में अगर आप में क्रिएटीविटी में विश्वास और कुछ कर गुजरने की चाहत है, तो आप भी एनीमेशन की दुनिया में अपनी कल्पनाओं को जीवंत बनाकर अपना भविष्य संवार सकते हैं। विज्ञापन, फिल्म, कार्टून, सीरियल आदि में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। और अपने हुनर का प्रदर्शन कर बॉलीवुड से हॉलीवुड तक का सफर तय कर सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता:
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए किसी खास योग्यता की जरूरत नहीं होती, लेकिन बेहतर नौकरी के लिए एनीमेशन में डिग्री या डिप्लोमा जरूरी होता है। इसके लिए प्रबल इच्छाशक्ति के साथ-साथ 12वीं पास होना या फिर उसके समकक्ष की पढ़ाई जरूरी है।
क्या हैं कोर्स में:
ट्रेडिशनल एनीमेशन, स्टॉप मोशन एनीमेशन, रॉटस्कोपिंग, कंप्यूटर जनरेटेड 3डी और 2डी एनीमेशन, क्ले-मेशन, फोटोशॉप, ह्यूमन एनॉटमी, ड्राइंग, मॉडलिंग, एनवायरमेंटस, स्टोरी बोर्ड एनिमेशन, लाइटिंग टेक्सचरिंग आदि में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। कई कंपनियां अपने यहां जॉब के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग भी कराती हैं। कोर्स के दौरान ड्राइंग, ग्राफिक्स, प्रोडक्शन, प्रोग्रामिंग आदि के साथ-साथ एनिमेशन व डिजिटल आर्ट्स की विस्तृत जानकारी दी जाती है।
विशेष योग्यता:
एनीमेशन में करियर बनाने के लिए जुनून, रचनात्मकता और कुशलता बेहद जरूरी है। तभी आप किसी स्टोरी पर एक नए आइडिया के साथ काम कर सकेंगे। धैर्य, अनुशासन और काम के प्रति समर्पण होना चाहिए। ताकि एक ही प्रोजेक्ट पर बिना ब्रेक लिए लंबे समय तक डटकर काम कर सकें। मानव, जानवरों और पक्षियों के शरीर-विज्ञान एवं हरकतों, लचक एवं लाइटिंग इफेक्ट्स की अच्छी समझ होनी चाहिए। कम्युनिकेशन स्किल और टीम में काम करने की क्षमत होनी चाहिए। इतना ही नहीं एनीमेटर बनने के लिए रंग, अनुपात, आकार, डिजाइन, कल्पना, बैकग्राउंड आर्ट और ले-आउट की जानकारी के साथ-साथ कंप्यूटर डिजाइन सॉफ्टवेयर की जानकारी भी होनी चाहिए।
रोचक होती है एनीमेशन की दुनिया:
एनीमेशन की दुनिया पूरी तरह से कल्पना और तकनीक पर आधारित है। इस क्षेत्र में सारा का सारा काम एक ही जगह बैठ-बैठ विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की मदद से कंप्यूटर पर किया जाता है। इसमें एनीमेशन विषशेज्ञ की भूमिका सबसे अधिक होती है, जिसकी मदद से वह विभिन्न प्रकार के कृमित्र दृश्यों एवं घटनाओं को वास्तविकता का जामा पहना सकता है। एनीमेशन का कार्य वे लोग ही अच्छी तरह से कर सकते हैं, जो क्रिएटिविटी होते हैं एनीमेशन कार्य के लिए कई तरह की तकनीकी जानकारियों की जरूरत होती है, जैसे- स्क्रिप्टिंग, स्कल्पटिंग, लाइफ ड्राइंग, मॉडल एनीमेशन आदि।
रोजगार के विकल्प:
एनीमेशन फील्ड क्रिएटिविटी और अच्छी कमाई वाले करियर के रूप में बहुत तेजी से प्रचालित हो रहा है। एनीवेशन का विस्तार विज्ञापन, सिनेमा और गेम तक है, लेकिन अन्य क्षेत्रों के मुकाबले इस क्षेत्र में रोजगार का सृजन तेजी से हो रहा है। इसमें एनीमेशन फिल्मों से लेकर ग्राफिक्स नॉवल, ह्यूमरय बुक्स और मैगजीन इलेस्ट्रेशन में काम किया जा सकता है। फ्रीलांसर के तौर पर काम करना भी कमाऊ विकल्प है। इस लिहाज से क्षेत्र अवसरों की भरमार है।
अवसर:
एनीमेशन कोर्स पूरा करने के बाद फीचर फिल्म, टेलीविजन प्रोग्राम, एनिमेशन, वीडियो गेम्स, एडवरटाइजमेंट व एंटरटेमेंट इंडस्ट्री के ज्यादातर वर्क, प्रॉडक्शन हाउस, एडवरटाइजिंग एजेंसी, न्यूज चैनल्स, मीडिया हाउस में अवसर मिल जाएगा, यहां विजुअल इफेक्ट स्पेशलिस्ट की जरूरत होती है। एनीमेशन कला और प्रौद्योगिकी का एक संयोजन है, जिसमें 2डी और 3डी में दर्शकों और उपयोगकर्ताओं को प्रभावित और शिक्षित किया जा सकता है। इसके अलावा अपना स्वयं का उद्यम शुरू कर सकते हैं या एक फ्रीलांसर के रूप में काम कर सकते हैं।
प्रमुख संस्थान:
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड
माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमैटिक्स, नोएडा
प्रान्स मीडिया इंस्टीट्यूट
फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद