माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने लंबे इंतजार के बाद प्रवक्ता वर्ष 2011 के 13 विषयों का आखिरी रिजल्ट शनिवार घोषित कर दिया है। चयन बोर्ड ने परिणाम में अप्रत्याशित कदम उठाया है, उसने विज्ञापित पदों को नहीं घटाया है, उसके सापेक्ष चयन सूची भी जारी की है, नियुक्ति सिर्फ उन्हीं अभ्यर्थियों को मिलेगी, जितने पद सत्यापन में कालेजों में उपलब्ध मिले हैं। इससे अंतिम रूप से चयनित 48 अभ्यर्थियों को नियुक्ति अभी नहीं मिल सकेगी।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अशासकीय माध्यमिक कालेजों कालेजों के लिए प्रधानाचार्य, प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों का चयन करता है। जिन पदों का अंतिम रिजल्ट घोषित हुआ है उनकी लिखित परीक्षा का आयोजन जून 2016 में हुआ और साक्षात्कार अक्टूबर 2018 में कराया गया। अब नियमावली के प्रावधान के अनुरूप आखिरी रिजल्ट जारी किया गया है। सभी विषयों में बालक व बालिकाओं के लिए कुल 237 पद विज्ञापित हुए थे, जबकि सत्यापन में वास्तविक पद महज 189 मिले हैं। इसी वजह से अंतिम रूप से चयनित 48 अभ्यर्थी को नियुक्ति नहीं मिल सकेगी। चयन बोर्ड की ओर से कहा गया है कि जिन्हें पदों की अनुपलब्धता के कारण संस्था का आवंटन नहीं होगा, उनके मामले सेवा नियमावली 1998 के नियम 13(3) द्वारा शासित होंगे। 48 अभ्यर्थी को कब कालेज आवंटित किया जायेगा, चयन बोर्ड ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है। चयन बोर्ड की वेबसाइट http://uppsc.up.nic.in/ पर अभ्यर्थी विस्तृत जानकारी देख सकते हैं।
अर्थशास्त्र में उलटफेर, उर्दू यथावत : विज्ञापित पदों के सापेक्ष सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति व अन्य वर्गो के बालक और बालिकाओं का चयन बोर्ड ने किया है। जिला विद्यालय निरीक्षकों से विज्ञापित पदों का सत्यापन कराया गया और प्रत्येक विषय के वास्तविक पदों का वर्गवार ब्योरा भी दिया गया है। इसमें उर्दू विषय को छोड़कर सभी विषयों में वास्तविक पद कम मिले हैं लेकिन, अर्थशास्त्र विषय में विज्ञापित व वास्तविक पदों का अंतर दस का है, जबकि संस्कृत में वास्तविक रूप से नौ पद कम हो रहे हैं।
इन विषयों के रिजल्ट घोषित : भौतिक विज्ञान, शिक्षा शास्त्र, अर्थशास्त्र, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, कला, संस्कृत, उर्दू, शारीरिक शिक्षा, भूगोल, कृषि, समाजशास्त्र व गणित।