प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) पर पेपर लीक मामले में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। पेपर लीक मामले में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 फंसी हुई है। अभ्यर्थियों ने मंगलवार को आयोग पर रिजल्ट घोषित करने व सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन की मांग को लेकरअनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया। प्रदेश भर के अभ्यर्थियों इस आन्दोलन में शामिल होने आये है उन्होंने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया। वक्ताओं ने रिजल्ट घोषित न होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की। अभ्यर्थी बुधवार को को बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करेंगे। जबकि गुरुवार को तिरंगा यात्र निकालकर न्याय की मांग करेंगे।
एलटी समर्थक मोर्चा के बैनर तले हुए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे विक्की खान ने प्रदेश सरकार, आयोग और एसटीएफ पर अभ्यर्थियों के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया। बोले, पेपर लीक का ठोस सुबूत न मिलने के बावजूद जांच रिपोर्ट रोकी गई है। मोर्चा प्रतिनिधि अनिल उपाध्याय आयोग अध्यक्ष से विधिक सलाह लेकर अविलंब परिणाम जारी करने की मांग की। मोर्चा अध्यक्ष शेर सिंह, अपर्णा पांडेय ने कहा कि न्याय के लिए हमारी आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है।
मिला था 15 अगस्त से पहले जांच रिपोर्ट आने का भरोसा: एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 10768 पदों के लिए पौने चार लाख के करीब आवेदन हुए। राज्य के 37 जिलों में 29 जुलाई 2018 को 15 विषयों की लिखित परीक्षा कराई गई। इसी दिन वाराणसी में हिंदी व सामाजिक विज्ञान विषय का पेपर लीक होने का मामला सामने आया। एसटीएफ ने कुछ को गिरफ्तार कर जांच शुरू की। आयोग ने 13 मार्च 2019 से रिजल्ट घोसित करना शुरू कर दिया। सात विषयों का परिणाम घोषित हुआ। एसटीएफ फिर 28 मई की रात को आयोग आकर छानबीन शुरू की, फिर परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंजू कटियार को 29 जून को को गिरफ्तार कर लिया। परिणाम व शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन भी रुक गया। आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार की सलाह पर अभ्यर्थियों ने वाराणसी एसएसपी व प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से मुलाकात की। दोनों ने 15 अगस्त से पहले एसटीएफ की जांच रिपोर्ट आने का भरोसा दिया था। लेकिन रिपोर्ट अभी तक नहीं आई।