बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों की अब जियो टैगिंग कराई जाएगी। कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों की जियो टैगिंग का काम पूरा कराया जाएगा। जिसके बाद आप अपने घर पर बैठे ही अपने आसपास के क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों का सारा हाल जान सकेंगे।
परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का काम भी लगातार चल रहा है। कायाकल्प योजना के तहत पहले चरण में स्कूलों के भवन, फर्नीचर, रंग रोगन, पीने का पानी, शौचालय जैसी मूलभूत जरूरतों को पूरा किया जा रहा है। इसके बाद अब स्कूलों की जियो टैगिंग का काम शुरू होगा। इसे अभिभावक गूगल पर जाकर अपने क्षेत्र के आसपास के स्कूलों की सारी स्थिति जान सकेंगे। जिसके बाद वह अपने बच्चों के दाखिले के लिए सबसे बेहतर स्कूल का चयन आसानी से घर बैठे ही कर पाएंगे। विभाग की मानें तो जल्दी ही इस योजना के तहत कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए निदेशालय स्तर से प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
स्कूलों की व्यवस्थाओं से लेकर शिक्षकों के पद तक की मिलेगी जानकारी :
जियो टैगिंग के के दौरान पोर्टल पर स्कूल के नाम और भौगोलिक स्थिति के साथ ही उस विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षकों के पद, पद के अनुरूप कार्य करने वाले शिक्षकों की संख्या, विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं की जानकारी जैसा समस्त डाटा उपलब्ध कराया जाएगा। इससे अभिभावक एक ही क्लिक पर यह जान सकेंगे कि उनके बच्चे के लिए उनके घर के नजदीक सबसे बेहतर स्कूल कौन सा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा, ‘परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधा मिल सके। इसके साथ ही माता पिता आसानी से अपने बच्चों के लिए बेहतर स्कूल का चयन कर सके इसके लिए विभाग लगातार काम कर रहा है। भविष्य में विभिन्न योजनाओं के जरिए सभी स्कूलों को अपडेट किया जाएगा।’