लखनऊ : बेसिक शिक्षा निदेशालय, निशातगंज में बुधवार सुबह आठ बजे से चल रहे 69,000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का प्रदर्शन शुक्रवार शाम करीब पांच बजे समाप्त हो गया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में राजधानी पहुंचे महिला और पुरुष अभ्यर्थियों की घर वापसी शुरू हो गई। उन्होंने पुलिस पर धमकाकर जबरन प्रदर्शन समाप्त कराने का आरोप लगाया।
मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता शिवेंद्र प्रताप सिंह, सर्वेश प्रताप सिंह, विनय प्रताप सिंह, अखिलेश शुक्ला, पंकज कुमार वर्मा, आयुषधर द्विवेदी, मनीष पांडेय ने बताया कि बुधवार सुबह से शुरू हुआ प्रदर्शन रातभर चला। महिला और पुरुष अभ्यर्थी मांगों के समर्थन में रातभर खुले आसमान के नीचे बैठे रहे। शुक्रवार को सुबह से फिर प्रदर्शन और नारेबाजी परिसर में शुरू हो गई।
दोपहर सभी सुनवाई के लिए हाईकोर्ट पहुंचे, जहां सरकार की ओर से महाधिवक्ता भी आए, पर सुनवाई की अगली तिथि 19 सितंबर दी गई। इसके बाद निदेशालय पहुंचकर सभी ने फिर प्रदर्शन और हंगामा शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि इसके बाद पुलिस अधिकारी पहुंचे। उन्होंने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। धमकी के बाद अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन बंद कर दिया। प्रदर्शन कर रहे सभी अभ्यर्थी नारेबाजी करते हुए वापस चले गए। इस दौरान सीओ कैंट संतोष कुमार सिंह, सीओ गाजीपुर दीपक कुमार समेत कई थानों का पुलिस बल और पीएसी तैनात रही। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी पिछले दो दिनों से बेसिक शिक्षा निदेशालय में डेरा डाले थे।
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