इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से आधार से जोड़ने की मुहिम प्रदेश भर में चल रही है। उनमें पांच जिले सबसे पीछे हैं। गोरखपुर सहित पांच जिलों के सहकारी शिक्षा मूलक और बीएसए को परिशद मुख्यालय ने नोटिस जारी की है। कहा गया है कि शत-प्रतिशत कार्य पूरा न होने पर शासन को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
परिषदीय विद्यालयके शिक्षकों को आधार संख्या से जोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों के मूल शिक्षा निकाह डा। सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने निर्देश जारी किया था कि जो शिक्षक आधार संख्या मुहैया न कराएंगे उनका नवंबर माह का वीतन भगतन न किया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि आधार संख्या को वेतन भुगतान से अलग कर दिया जाएगा। ऐसे में प्रदेश के कौशांबी, देवरिया, कुशीनगर जैसे तमाम जिलों ने कार्य पूरा कर लिया है, लेकिन पांच जिलों में काफी पीछे हैं।
परिषद मुख्यालय की मानें तो गोरखपुर में 81.40, सीतापुर में 72.90, एटा में 79.09, आजमगढ़ में 81.72 व बदायूं में 82.07 फीसद शिक्षकों के ही आधार से जुड़ सकते हैं। इस ढिलाई पर परिषद मुख्यालय ने नाराजगी जताई है। परिषद संजय सिन्हा ने पाँचों जिलों के सहायिका शिक्षा मूलक बेसिक शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी की। कहा गया है कि जल्द ही शत-प्रतिशत कार्य पूरा करके रिपोर्ट भेज दी गई है, अन्यथा शासन को रिपोर्ट भेजकर उन पर कार्रवाई करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।