उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा 15 दिसंबर को कराई गई पीसीएस (यूपीपीएससी) प्री 2019 परीक्षा के कई प्रश्नों के उत्तर पर विवाद है। यूपीपीएससी ने 17 दिसंबर को जो उत्तरकुंजी जारी किया है उसका अवलोकन करने के बाद अभ्यर्थी 12 प्रश्नों के उत्तर में दिए गए विकल्प को गलत बता रहे हैं। इसमें आठ प्रश्न सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्नपत्र के हैं। जबकि चार प्रश्न सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र से हैं। प्रथम प्रश्नपत्र के आठ प्रश्नों के वैकल्पिक उत्तर पर अभ्यर्थी पहले ही आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। जबकि रविवार को अशोक पांडेय, दीपक मिश्र, सतीश, शिवम अस्थाना, सौरभ द्विवेदी, चितरंजन सिंह आदि अभ्यर्थियों ने सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र के चार प्रश्नों के विकल्प पर अपनी आपत्ति यूपीपीएससी को भेजी है। अभ्यर्थियों ने विकल्प के साथ उसका साक्ष्य भी भेजा है।
सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र के ‘डी’ सीरीज के जिन चार प्रश्नों के विकल्प पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। वह निम्न हैं..
प्रश्न-1 : निम्नलिखित में से वह वाक्य छांटिए जिसमें क्रिया विशेष का प्रयोग किया गया है?
उत्तर : यूपीपीएससी ने इसका विकल्प ‘डी’ (तुम जी जान लगाकर पढ़ रहे हो) को सही माना है।
आपत्ति : अभ्यर्थियों ने साक्ष्य, विभिन्न हंिदूी, व्याकरण की पुस्तकों के लेखक जैसे वासुदेवनंदन, हरदेव बाहरी, भाषाविद् डॉ. पृथ्वीनाथ पांडेय के अनुसार इसका विकल्प ‘बी’ (वह काली गाय घास चर रही है) को सही माना है।
प्रश्न-10 : पीतांबर में कौन सा समास है?
उत्तर : यूपीपीएससी ने विकल्प ‘सी’ (कर्मधारय) माना है।
आपत्ति : अभ्यर्थी साक्ष्य व विभिन्न पुस्तकों के आधार पर विकल्प ‘डी’ (बहुब्रीहि) को सही बता रहे हैं।
प्रश्न-18 : निम्नलिखित में से अशुद्ध वर्तनी वाला शुद्ध है!
उत्तर : यूपीपीएससी ने विकल्प ‘डी’ (महत्व) को सही माना है।
आपत्ति : अभ्यर्थियों का कहना है कि किताबों और सामान्य जानकारी के आधार पर विकल्प ‘ए’ (निस्संदेह) सही होना चाहिए।
प्रश्न- 20 : ‘गमला’ और ‘आलपीन’ किस भाषा के शब्द हैं?
उत्तर : यूपीपीएससी ने विकल्प ‘ए’ (फ्रेंच) को सही माना है।
आपत्ति : अभ्यर्थियों का कहना है कि हंिदूी व्याकरण के प्रख्यात लेखक वासुदेवनंदन लिखते हैं कि गमला और आलपीन पुर्तगाली शब्द हैं। ऐसे विकल्प ‘सी’ (पुर्तगाली) सही उत्तर होगा।