प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में सीबीआइ की पांच दिनों तक चली गहन पड़ताल ने अधिकारी व कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। सीबीआइ की कार्रवाई के दायरे में कौन आएगा? क्या कार्रवाई होगी उसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। गुरुवार को अधिकारी व कर्मचारी सीबीआइ की कार्रवाई को लेकर आशंकित रहे। उन्हें डर सता रहा है कि हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए सीबीआइ जल्द ही कार्रवाई शुरू कर सकती है।
अगर ऐसा हुआ तो उसकी जद में कई अधिकारी व कर्मचारी आ सकते हैं। इसके मद्देनजर सभी बचाव का रास्ता खोजने में जुट गए हैं। कुछ तो खुद के खिलाफ कार्रवाई होने पर कोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए कानूनविदों की सलाह ली जा रही है। सीबीआइ की टीम लोकसेवा आयोग द्वारा 2012 से 2016 तक कराई गई सारी परीक्षाओं व जारी किए गए परिणामों की जांच कर रही है। इसके मद्देनजर तकरीबन 550 से अधिक भर्ती परीक्षाओं व परिणामों की जांच होनी है। लेकिन, सीबीआइ की अभी तक की कार्रवाई काफी सुस्त रही।
मई 2018 में अज्ञात के नाम एफआइआर दर्ज करने के बाद जांच धीमी होती गई। वैसे सीबीआइ की टीम समय-समय पर आयोग आकर फाइलों की पड़ताल व अधिकारियों, कर्मचारियों से पूछताछ करती रही।