प्रयागराज: जनपद के 260 परिषदीय स्कूलों को कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित कर दिया गया है। परिषदीय विद्यालयों के नए शैक्षिक सत्र शुरू हुए कई महा बीत जाने के बाद भी ज्यादातर स्कूलों में अंग्रेजी के शिक्षक नहीं रखे गए। जिससे छात्रों की अंग्रेजी की पढ़ाई बाधित हो रही है। बहरहाल, शिक्षकों की तैनाती को लेकर विभागीय अधिकारी अब जागे हैं। 31 अगस्त और एक सितंबर को साक्षात्कार में पास अध्यपकों को विकल्प भरने के लिए बुलाया गया है।
जनपद में दो शैक्षिक सत्रों में कुल 260 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी विद्यालयों में परिवर्तित किया गया है। इस शैक्षिक सत्र में भी 100 परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी विद्यालयों में परिवर्तित किया जाना है, लेकिन इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। जो पहले से परिवर्तित अंग्रेजी विद्यालयों में इंग्लिश शिक्षक नियुक्त किये जाने के लिए 16 मई को 1782 शिक्षकों की लिखित परीक्षा कराई गई। जुलाई के प्रथम सप्ताह में उत्तीर्ण शिक्षकों का इंटरव्यू हुआ, लेकिन अध्यपकों की तैनाती में करीब दो महीने लग गए। बेसिक शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि अंग्रेजी शिक्षकों की तैनाती नए सत्र में ही हो जाना चाहिए थी, यह विभाग का दुर्भाग्य है कि शिक्षकों का समायोजन पहले किया गया। अंग्रेजी शिक्षकों की नियुक्ति को नजरअंदाज किया गया। विद्यालयों में अंग्रजी शिक्षकों की तैनाती कब तक हो सकेगी, यह दावा कर पाने की स्थिति में कोई नहीं है।
कटऑफ के मुताबिक 638 अंग्रेजी शिक्षकों को विकल्प के लिए बुलाया गया है। इसमें नगर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और ग्रामीण क्षेत्र की महिला शिक्षकों को 31 अगस्त, बाकी को एक सितंबर को बुलाया गया है। 134 शिक्षकों को उन्हीं स्कूलों में रोक दिया गया है, जहां उनकी तैनाती है। संजय कुमार कुशवाहा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
You may Like