इलाहाबाद : बीटीसी 2014 की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा कराने को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव किया। अभ्यर्थियों का कहना था कि 22 सितंबर को उनका प्रशिक्षण पूरा हो जाना चाहिए, लेकिन अब तक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है। इस पर सचिव डा. सुत्ता सिंह ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि 2014 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 24 अक्टूबर से कराई जाएगी।
सचिव ने प्रशिक्षुओं से कहा कि 15 अक्टूबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराने के ही बाद उनकी परीक्षा हो पाएगी। अभ्यर्थी सितंबर माह में ही परीक्षा कराने पर अड़े थे। प्रशिक्षुओं ने यह भी कहा कि चौथे सेमेस्टर परीक्षा कराकर उसका परिणाम टीईटी के रिजल्ट से पहले घोषित किया जाए। अभ्यर्थियों की चिंता यह है कि ऐसा न होने पर वह दिसंबर में होने वाली शिक्षक भर्ती में शामिल नहीं हो पाएंगे। ज्ञात हो कि 2014 बैच के 44 हजार 700 अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण 22 सितंबर को पूरा हो रहा है। धरने में शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, अभिषेक त्रिपाठी, अमन सिंह आदि मौजूद थे।
भर्ती के लिए बेमियादी धरना शुरू : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती कराने की मांग तेज हो गई है। अभ्यर्थियों ने सोमवार को शिक्षा निदेशालय में इसके लिए बेमियादी धरना शुरू कर दिया। आवेदकों की मांग है कि सरकार ग्रेडिंग समस्या का निपटारा करने के लिए जल्द निर्णय ले। अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में आवश्यक संशोधन करते हुए भर्ती पूरी की जाए। इस भर्ती के लिए 15 दिसंबर 2016 को शासनादेश जारी हुआ था, लेकिन भाजपा सरकार ने मार्च 2017 में सभी भर्तियों पर रोक लगा दी थी। धरने में मृदुल पांडेय, राकेश विश्वकर्मा, अतुल द्विवेदी, शनी कुमार सिंह, अखिलानंद यादव, कबीर चौधरी मौजूद थे। उधर, सरकार प्राथमिक स्कूलों में 65 हजार अतिरिक्त शिक्षक मिलने के बाद कोई भर्ती फिलहाल कराने को तैयार नहीं है। यह धरना भर्ती का आदेश जारी होने तक चलते रहने का एलान किया गया है।