बरेली : पिछले साल जुलाई में हुई आइसीएआरआइ-आइवीआरआइ की टेक्नीशियन (टी-वन) भर्ती में सेंधमारी का शक बिहार, हरियाणा के गिरोह पर है। सोमवार को इन दोनों राज्यों के एक-एक युवक पर फर्जीवाड़ा करने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। अब पता किया जाएगा कि वे किन लोगों के सपंर्क में रहते थे। इसके लिए भर्ती बोर्ड से दोनों के मोबाइल फोन नंबर मांगे जाएंगे।
भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में एक जुलाई 2018 को 102 पदों के लिए यह भर्ती परीक्षा हुई थी। इसके आवेदक बिहार में जहानाबाद जिले के हुलासगंज क्षेत्र निवासी मनीष कुमार पुत्र राजेश्वर प्रसाद और भिवानी (हरियाणा) के लोदीपुर गांव निवासी सुरेंद्र सिंह पुत्र अजीत सिंह ने अपना परीक्षा केंद्र गोवा चुना था। परिणाम में दोनों सफल रहे। इन्हें ज्वाइनिंग के लिए बुलाया गया, लेकिन आइवीआरआइ कैंपस में इनके प्रमाण-पत्र व फोटो मिलान नहीं हुए। धोखाधड़ी की आशंका के चलते दोनों को दिल्ली स्थित भर्ती बोर्ड के सामने पेश होने के लिए तीन बार नोटिस दिया गया, लेकिन पकड़े जाने के डर से वे पेश नहीं हुए।
निकलवाई जाएगी कॉल डिटेल व लोकेशन : पुलिस ने दोनों आरोपितों के मोबाइल नंबर आइवीआरआइ अधिकारियों से मांगे थे, मगर नहीं मिले। अब भर्ती बोर्ड से नंबर मंगवाकर उनकी कॉल डिटेल और लोकेशन निकलवाने की तैयारी है।