केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) के परीक्षार्थियों पर कलाई घड़ी पहनकर परीक्षा केंद्र में आने पर प्रतिबंध रहेगा। सीबीएसई ने परीक्षा में किसी भी प्रकार के गैजेट जैसे कैलकुलेटर, जीपीएस सिस्टम आदि पर प्रतिबंध कर रखा है। इस समय कलाई घड़ियां भी जीपीएस, कैलकुलेटर व अन्य संसाधन से लैस आने लगी हैं। परीक्षा की शुचिता बरकरार रखने व नकलविहीन कराने के लिए यह फैसला किया है। हर केंद्र के परीक्षा कक्ष में दीवार घड़ी होगी, जिसे देखकर विद्यार्थी प्रश्नपत्र हल करने के संबंध में समय प्रबंधन कर सकते हैं।
इससे पहले सीबीएसई ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) में अभ्यर्थियों के घड़ी बांधकर आने पर प्रतिबंध लगाया था। इसके लिए बोर्ड की ओर से हर केंद्र संचालक को घड़ी खरीदने की व्यवस्था की गई थी। घड़ी खरीदकर बिल वाउचर पेश करने पर सीबीएसई ने पेमेंट किया था। अब 2020 में बोर्ड परीक्षार्थियों पर भी यह प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। अगर कोई परीक्षार्थी हाथ में घड़ी पहनकर आएगा भी तो उसको परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले घड़ी क्लॉक रूम में जमा करानी होगी।
विशेष बच्चे ले जा सकेंगे कैलकुलेटर
सीबीएसई बेंचमार्क डिसएबिलिटी वाले विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा के दौरान कैलकुलेटर ले जाने की अनुमति होगी। 10वीं व 12वीं में चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड कैटेगरी वाले विद्यार्थी ये सुविधा ले सकेंगे। विद्यार्थियों को मानसिक या अन्य दिव्यांगता का प्रमाणपत्र भी लगाना होगा।
सीबीएसई ने परीक्षा के दौरान विभिन्न गैजेट के साथ कलाई घड़ी पर भी रोक लगा दी है। सीटेट में इसका पालन भी कराया जा चुका है। श्याम कुंतेल, प्रधानाचार्य, ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल