प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में तदर्थ शिक्षक गुरुवार को 10 सूत्रीय मांगों को लेकर विधानभवन का घेराव करने निकले इस बीच पुलिस से उनकी हाथापाई और भिड़ंत हो गई। जिसमें कई पुलिसकर्मी तथा शिक्षक नेता चोटिल हो गए। भिड़ंत में सीओ हजरतगंज, उनका हमराह भी चोटिल गया। शिक्षक संघ के बैनर तले सुबह से ओसीआर बिल्डिंग परिसर में चल रहे विरोध प्रदर्शन चल रहा था।
ओसीआर परिसर का गेट तोड़कर, विधानभवन घेरने निकले शिक्षक : ओसीआर परिसर से जब शिक्षक प्रदर्शन के लिए बाहर निकलने का प्रयास करने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश में परिसर का गेट बंद कर दिया। शिक्षकों ने परिसर का गेट तोड़कर बहार निकल आए। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उनकी भिड़ंत हो गई। इसमें सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र, उनका हमराह और कई अन्य पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। उधर, शिक्षकों की ओर से प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायाण सिंह, अंबेडकर नगर के जिलाध्यक्ष अरुण सिंह एवं कार्यकारिणी सदस्य विक्रांत सिंह चोटिल हुए। मामला बढ़ने पर और अधिक पुलिस बल बुलाया गया। हालात बेकाबू होते देख एडीएम पूर्वी वैभव मिश्र, एसीएम प्रथम संतोष कुमार और अन्य अधिकारियों ने रॉयल होटल चौराहे पर बैरीके¨लगाकर कर प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया। इस पर दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई। घंटों बवाल और हंगामा चलता रहा। इसके बाद पुलिस ने रोडवेज बसें बुलाकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को बस में भरकर ईको गार्डेन भेज दिया।
प्रदेश अध्यक्ष को जीप में डालने और शिक्षक की पिटाई पर बढ़ा बवाल : बवाल बढ़ता देख पुलिस ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह को पकड़ा और जीप में डालकर ले जाने लगी। यह देखकर कई शिक्षक पुलिस के वाहन के आगे लेट गए। एक पुलिसकर्मी ने अंबेडकर नगर जिला कार्यकारिणी के सदस्य थप्पड़ मार दिया। प्रदर्शनकारी और भड़क गए तथा बवाल बढ़ गया।
ये है मांगे
- पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए
- वित्त विहीन मान्यता की धाराओं में परिवर्तन कर सेवा दशा तथा मानदेय और वेतन का निर्धारण किया जाए
- सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएं
- अद्यतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण करना
- सीटी-एलटी विसंगति को समाप्त करना
- विषय विशेषज्ञों को सेवा का लाभ
- व्यावसायिक एवं कंप्यूटर अनुदेशकों का शिक्षक पद पर समायोजन
- माध्यमिक शिक्षा परिषद के मूल्यांकन निरीक्षण के पारिश्रमिकों का सीबीएससी के बराबर वृद्धि
- प्रोन्नति में स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता को समाप्त करना
- परिवार कल्याण योजना के तहत प्राप्त हो रहे विशेष प्रोत्साहन भत्ते को बंद करने का आदेश वापस लें।