देशभर में इन दिनों कोविड-19 से आम लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन है। हालांकि स्कूल-कालेज लॉकडाउन होने से पहले ही बंद कर दिए गए थे। अब शैक्षिक सत्र एक बार फिर जुलाई माह से शुरू कराने के आसार बढ़ गए हैं।
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों से लेकर डिग्री कालेजों तक में शैक्षिक सत्र पहली जुलाई से 30 जून रहा है। नवंबर 2014 में सपा शासन में सत्र बदलकर पहली अप्रैल से 31 मार्च तक कर दिया गया। एक अप्रैल 2015 को यह लागू भी हो गया। उसी के साथ शिक्षकों की सेवानिवृत्ति भी सत्र के अनुरूप होने लगी। ज्ञात हो कि जुलाई से सत्र शुरू होने पर शिक्षक 30 जून को सेवानिवृत्त होते थे, जबकि एक अप्रैल के सत्र में शिक्षक 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं। पांच वर्ष से स्कूल-कालेजों में सत्र नियमित रहा है लेकिन, इस वर्ष दुनिया में महामारी फैलने के कारण लॉकडाउन है। हालात कुछ दुरुस्त होने पर भी भले ही लॉकडाउन आगे न हो लेकिन, स्कूल व कालेज आगे भी बंद किए जा सकते हैं।