प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती परीक्षा को रद कराने की मांग तीसरे दिन भी जारी रही। अभ्यर्थियों के एक समूह का दावा है कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र की उत्तर कुंजी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसलिए परीक्षा निरस्त की जाए। प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर सॉल्वर गैंग व अफसरों पर कार्रवाई की जाए, दोषियों पर रासुका लगे। अभ्यर्थियों ने बुधवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से लेकर सुभाष चौराहा सिविल लाइंस तक कैंडल मार्च निकाला।
शिक्षक भर्ती परीक्षा रविवार को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों पर हुई थी। इम्तिहान 11 बजे से शुरू होना था, 69 हजार शिक्षक भर्ती न्याय मोर्चा के अभ्यर्थियों का आरोप है कि सोशल मीडिया पर उत्तर कुंजी पहले ही वायरल हो गई। उसी के बाद से निरंतर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को भी पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहां नारेबाजी करने के बाद कैंडल मार्च निकाला, छात्रसंघ भवन, हनुमान मंदिर होते हुए सुभाष चौराहे पहुंचे। अभ्यर्थियों ने कहा कि शासन ने कटऑफ अंक जारी कर दिए हैं लेकिन, अब भी आंदोलन जारी रहेगा। इसमें एक गिरोह व अफसर मिले हैं, उनकी जांच हो तो तस्वीर साफ हो जाएगी। प्रशासन शांतिपूर्ण व नकलविहीन परीक्षा कराने में सफल नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उन्हें गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए। इसके लिए दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तैयार किया गया है, जो पूरे मामले से सीएम को अवगत कराएगा। यह भी तैयारी है कि प्रशासन ने मिलने न दिया तो वे सीधे मिलने का प्रयास करेंगे, इसके बाद ही आगे की रणनीति तय करके आंदोलन किया जाएगा।
मार्च में युवा मंच के अनिल सिंह, न्याय मोर्चा के सुनील मौर्य, मनोज यादव, अलाउद्दीन, सुनील यादव, विवेक यादव, राकेश वर्मा, निरंजन देव आदि मौजूद रहे।