68500 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी के चलते शिक्षक भर्ती के रिजल्ट का पुनमरूल्यांकन करने का आदेश दिया था। भर्ती परीक्षा के परिणाम में धांधली को देखकर आवेदकों में भरी गुस्सा था। इस गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन दिया। लेकिन अब कहा जा रहा है कि शिक्षक लिखित परीक्षा में शामिल होने वाले सभी आवेदकों को भले ही परीक्षा की स्कैन कॉपी अब तक न मिल पाई हो लेकिन, पुनमरूल्यांकन के लिए आवेदन करने वाले हर अभ्यर्थी को उसका रिजल्ट जरूर पता चल जाएगा। जो आवेदक सफल होंगे, उन्हें नियुक्ति दी जाएगी, जबकि बाकी को घटे या फिर बढ़े अंकों से ही संतोष करना होगा।
छह माह के लंबे इंतजार के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय 68500 शिक्षक भर्ती की लिखित का पुनमरूल्यांकन रिजल्ट जारी करने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद सितंबर 2018 में सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा रिजल्ट के पुनमरूल्यांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे। 30751 अभ्यर्थियों ने पुनमरूल्यांकन के लिए दावेदारी की थी। वहीं जिन परीक्षार्थियों के कॉपी पर कम या अधिक अंक पाए थे, उच्च स्तरीय जांच समिति ने उनकी कॉपियों का फिर से मूल्यांकन कराया। उधर कोर्ट ने भी कई याचियों की कॉपी का फिर से मूल्यांकन कराने का निर्देश दिया था। सूत्रों की मानें तो करीब 34 हजार कॉपियों का पुनमरूल्यांकन कराया गया है। शासन ने यह कार्य परीक्षा संस्था के बजाय एससीईआरटी को सौंपा था। शिक्षक भर्ती का पुनमरूल्यांकन परिणाम दिसंबर 2018 में ही जारी होना था लेकिन, लंबे समय से यह परीक्षा संस्था के यहां अटका है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय शिक्षक भर्ती का दूसरा रिजल्ट जारी करने की तैयारी में है। इसमें सभी अभ्यर्थियों के अंकों को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, ताकि हर आवेदक जान सके कि उसके कितने अंक बढ़े या फिर घट गए। वहीं, जो परीक्षार्थी तय कटऑफ या फिर उससे अधिक अंक हासिल करेंगे, उनकी सूची अलग से बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय भेजी जाएगी, जो उनका जिला आवंटन कराकर नियुक्ति दिलाएगा। ज्ञात हो कि उच्च स्तरीय समिति के 45 अभ्यर्थियों की सूची पहले ही परिषद मुख्यालय को भेजी जा चुकी है, हालांकि उन्हें अब तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। News Source – Jagran