कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में 582 शिक्षकों की कमी है। नियम है 30 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए मगर ज्यादातर स्कूलों में करीब 40 से 50 बच्चों पर एक शिक्षक तैनात है। ऐसे में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार का दम भरने वाले अफसरों के दावे खोखले साबित होते हैं। शासन ने जिले समेत पूरे प्रदेश में यह कमी पूरी करने के लिए हर जिले के बीएसए से सहायक अध्यापकों व बच्चों की सूची मांगी थी। यह सूची 18 मई तक भेजनी थी मगर अभी तक नहीं भेजी जा सकी है।
सूची न सौंपने वाले जिलों के बीएसए के खिलाफ शासन ने नोटिस भी जारी किया है। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद के 2509 स्कूल हैं। इनमें 2.50 लाख बच्चे पढ़ते हैं। 30 बच्चों पर एक शिक्षक के हिसाब से कुल 8333 शिक्षकों की जरूरत जिले में है। मगर यहां 1719 हेड मास्टर और 6032 सहायक अध्यापक समेत कुल 7751 शिक्षक ही जिले में हैं।
अभी नोटिस आने जैसी जानकारी नहीं है। सूची भेजनी थी, जो कि नहीं जा सकी है। बच्चों व शिक्षकों की संख्या लगभग आ चुकी है। जल्द सूची भेजी जाएगी। धीरेंद्र कुमार, बीएसए
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