लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षा के पहले दिन 25 फीसद छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। सुबह की पाली में सेकेंडरी (मुंशी/मौलवी) की परीक्षा में करीब एक लाख परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन 75 हजार ही शामिल हुए। नकल विहीन परीक्षा को लेकर मदरसा बोर्ड ने जो माहौल बनाया उसी का नतीजा है कि इतनी बड़ी तादाद में छात्र परीक्षा देने नहीं आए।
मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गईं। पहली पाली की परीक्षा में सबसे ज्यादा परीक्षार्थी अनुपस्थिति रहे। दूसरी पाली की परीक्षा में करीब 13 फीसद छात्र-छात्रएं अनुपस्थित रहे। इसमें सीनियर सेकेंडरी (आलिम, कामिल, फाजिल) की परीक्षा थी। इसमें 81 हजार छात्र-छात्रओं को शामिल होना था, लेकिन इसमें करीब 70 हजार परीक्षार्थी ही शामिल हुए। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ में बारिश होने के कारण सुबह की पाली की परीक्षा आठ बजे के बजाय विलंब से शुरू हुई। सभी जगह सीसीटीवी कैमरे से परीक्षार्थियों पर नजर रखी जा रही है। उड़नदस्तों ने भी कई मदरसों में सघन तलाशी ली। उन्होंने बताया कि पहली बार केवल 10 दिन में मदरसा बोर्ड की परीक्षा संपन्न कराई जा रही है।