परिषदीय स्कूलों के लिए 27 मई को हुई 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम जल्द ही घोषित किया जा सकता है। उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच दोबारा लगभग पूरी हो गई है। भर्ती परीक्षा के परिणाम को तय कटऑफ के अनुरूप अंतिम रूप दिया जा रहा है। सूत्रों की मने तो शिक्षक भर्ती परिणाम किसी भी समय जारी हो सकता है। पहले इस परीक्षा का परिणाम 30 जुलाई तक घोषित करने की तैयारी थी लेकिन, लिखित परीक्षा का मूल्यांकन मैनुअल होने व प्रश्न अति लघु उत्तरीय होने के कारण इसमें समय लग रहा है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय टीईटी आदि परीक्षाओं का परिणाम तय समय पर घोषित कर देता है, क्योकि उन परीक्षाओं में ओएमआर को स्कैन कराकर रिजल्ट बनाया जाता है। इस परीक्षा के परिणाम को घोषित में देरी इसलिए हो रही है क्यों की इसका रिजल्ट ओएमआर को स्कैन कराकर नहीं बनाया जा रहा है। सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के परिणाम प्रक्रिया में एक-एक प्रश्न का मूल्यांकन हो और अंत में अंक सही से जोड़े जाए, इसको ध्यान में रखकर सभी कॉपियों की दोबारा जांच हुई। 21 मई के शासनादेश के अनुरूप रिजल्ट बन रहा था, लेकिन शासन ने हाईकोर्ट के निर्देश पर कटऑफ अंक बदल दिए हैं, इससे अंतिम परिणाम में बड़ा बदलाव हो गया है
परीक्षा नियामक कार्यालय जिस तरह से सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम जारी करने में जुटा है, उसी तरह से बेसिक शिक्षा परिषद उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्ति दिलाने के लिए अभी से योजना बनाना शुरू कर दिया है। आवेदन का प्रारूप और नियुक्ति की वेबसाइट बनवाने व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश देने जैसी तैयारियां चल रही हैं। परिषद शासन की मंशा के अनुरूप जल्द नियुक्ति दिलाएगा।
कटऑफ बदलने का विरोध भी शुरू : एक ओर शिक्षक भर्ती का रिजल्ट अब किसी भी समय आ सकता है, वहीं दूसरी ओर कई अभ्यर्थी एकाएक उत्तीर्ण प्रतिशत बदलने का विरोध कर रहे हैं। अभ्यर्थी अखिलेश यादव, संजीव गौतम, शशिकांत पटेल आदि का कहना है कि 21 मई को शासन ने 30 व 33 फीसदी उत्तीर्ण प्रतिशत तय किया था, उन लोगों ने उसी को ध्यान में रखकर इम्तिहान दिया। सरकार शिक्षक भर्ती को निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराए। साथ ही उत्तीर्ण प्रतिशत का मानक पहले तय किया जाए, ताकि भ्रम की स्थिति न रहे। अपनी मांगो लेकर अभ्यर्थियों ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर ज्ञापन दिया है।